
जींद में न्यू हाउसिंग बोर्ड निवासी एडवोकेट नवीन सिंगला ने बताया कि उनका 17 वर्षीय बेटा पुलकित सिंगला 29 सितंबर को डीएवी स्कूल जींद में पढ़ने के लिए गया था, जिसके बाद वह घर वापस नहीं लौटा। उन्होंने बताया कि पुलकित उस समय डीएवी स्कूल की ड्रेस में था और परिवार उसकी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित था।

पुलकित सिंगला को आखिरी बार बरवाला में देखा गया था और सीसीटीवी फुटेज में हर बार उसके साथ एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे रहा था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी थी और छात्र को ढूंढने के लिए विशेष टीमें गठित की गई थीं। पुलिस ने बताया कि पुलकित को हांसी में ढूंढ लिया गया है और वह सुरक्षित है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि पुलकित लापता कैसे हुआ और उसके साथ संदिग्ध व्यक्ति कौन था।

शुक्रवार शाम को जैसे ही जींद पुलिस को सूचना मिली कि बच्चा हांसी में दिखाई दिया है, पुलिस तुरंत हरकत में आई और मौके पर दबिश देकर बच्चे को अपनी सुरक्षा में लिया। अग्रवाल समाज के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी डॉ. राजकुमार गोयल, जो शुरू से ही परिवार के साथ बच्चे की तलाश में सक्रिय थे और लगातार पुलिस से संपर्क बनाए हुए थे, को देर रात यह जानकारी मिली। उन्होंने तुरंत बच्चे के पिता को सूचित किया।

बाद में पुलिस जब बच्चे को लेकर जींद सिविल लाइन थाना पहुंची, तो वहां भावुक कर देने वाला दृश्य देखने को मिला। पिता ने कई दिन बाद अपने खोए जिगर के टुकड़े को देखा तो वे रो पड़े और बेटे को गले से लगा लिया। बेटा भी पिता से लिपटकर जोर-जोर से रोया।
बच्चा अभी गहरे सदमे में है। प्रारंभिक जानकारी में उसने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति ने उसके साथ मारपीट की, उसे खाना तक नहीं दिया और वह प्यासा मरता रहा। फिलहाल बच्चा पूरी जानकारी देने की स्थिति में नहीं है।
इस मामले को लेकर डॉ. राजकुमार गोयल ने मांग की है कि पुलिस जल्द से जल्द यह स्पष्ट करे की बच्चा किस लोकेशन पर और किन हालातों में मिला, संदिग्ध व्यक्ति कौन था,बच्चे को कहां से उठाया गया और उसका मकसद क्या था। इत्यादि फिलहाल यह स्पष्ट है कि संदिग्ध व्यक्ति पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और उसकी तलाश जारी है।


















